Feroze khan gandhi biography in hindi
फिरोज़ गांधी
गांधी (12 सितम्बर 1912 – 8 सितम्बर 1960) भारत के एक पारसी राजनेता तथा पत्रकार थे। लोकसभा के सांसद भी रहे। सन् 1942 में उनका इन्दिरा गांधी से विवाह हुआ जो बाद में भारत की प्रधानमंत्री बनीं।[3] उनके दो पुत्र हुए - राजीव गांधी और संजय गांधी।
जीवनी
गांधी का जन्म मुम्बई में एक पारसी परिवार में हुआ था। उनके पिता का नाम जहांगीर एवं माता का नाम रतिमाई था, और वे बम्बई के खेतवाड़ी मोहल्ले के नौरोजी नाटकवाला भवन में रहते थे।[4] के पिता जहांगीर किलिक निक्सन में एक अभियंता थे, जिन्हें बाद में वारंट इंजीनियर के रूप में पदोन्नत किया गया था।[5] उनके पांच बच्चों में सबसे छोटे थे; उनके दो भाई दोराब और रीदुन जहांगीर,[6][7] और दो बहनें, तेहमिना करशश और आलू दस्तुर थी। का परिवार मूल रूप से दक्षिण गुजरात के भरूच का निवासी है, जहां उनका पुश्तैनी घर अभी भी कोटपारीवाड़ में उपस्थित है।[8]
1920 के दशक की शुरुआत में अपने पिता की मृत्यु के बाद, अपनी मां के साथ इलाहाबाद में उनकी अविवाहित मौसी, शिरिन कमिसारीट के पास रहने चले गए, जो शहर के लेडी डरीन अस्पताल में एक सर्जन थी। इलाहबाद में ही ने विद्या मंदिर हाई स्कूल में प्रारंभिक शिक्षा प्राप्त की, और फिर ईविंग क्रिश्चियन कॉलेज से स्नातक की उपाधि प्राप्त की।[9]
इंदिरा और की शादी
इंदिरा ने अपने पिता जवाहरलाल नेहरू की मर्ज़ी के ख़िलाफ़ गांधी से शादी की थी। दोनों की प्रेम कहानी बहुत चर्चित रही। कहते हैं कि दोनों की मुलाक़ात 1930 में हुई थी। आजादी की लड़ाई में इंदिरा की मां कमला नेहरू एक कॉलेज के सामने धरना देने के दौरान बेहोश हो गई थीं। उस समय गांधी ने उनकी बहुत देखभाल की थी। कमला नेहरू का हालचाल जानने के लिए अक्सर उनके घर जाते थे। इसी दौरान उनके और इंदिरा गांधी के बीच नजदीकियां बढ़ीं। जब इलाहाबाद में रहने लगे उस दौरान वो आनंद भवन जाते रहते थे।
से इंदिरा की शादी 1942 में इलाहाबाद में हुई। भारत छोड़ो आंदोलन के दौरान इंदिरा और साथ में जेल भी गए। हालांकि शादी के बाद दोनों के बीच काफ़ी लड़ाइयां हुईं। 1949 में इंदिरा दोनों बच्चों के साथ अपने पिता का घर संभालने के लिए को छोड़कर चली गईं। बाद के सालों में गांधी की तबीयत ख़राब होने लगी। उस दौरान उनकी देखभाल के लिए इंदिरा गांधी मौजूद थीं।
मृत्यु
8 सितम्बर, 1960 को हृदयाघात से गांधी का निधन हो गया था।